डा़ एपीजे अबुल कलाम - काश में भी एक क्रिकेटर होता

याद होगा कुछ दिन पहले हिन्दुस्तान के खिलाडीयों को अस्ट्रेलिया में अस्ट्रेलुयाई खिलाडी एन्डुयु साइमन्स से कुछ बकझक हुआ था और और हरभजन को इस बकझक का दोषी माना गया था और कुछ मैच के लिये बैन कर दिया गया था। ICC के हिन्दुस्तान विरोधी रैवये से सारा हिन्दुस्तान उबल पडा़ था और हिन्दुस्तान के अन्दर जम कर हंगामा किया गया कई राजनितीक पार्टीयों के द्वार विरोध किया गया था, मिडीया बालों ने भी टी.आर.पी. बठाने के लिय जम कर हल्ला किया था और आम जनता के द्वारा भी ICC और एन्डुयु साइमन्स का पूतला जलाया गया और जम कर विरोध प्रर्दशन हुआ , यहाँ तक कि हमारे देश के सांसदो तक को ICC और एन्डुयु साइमन्स का हिन्दुस्तान विरोध मानसिकता पर रोष आया और सांसद में इस मामले को उठाया गया था। ब्लाग जगत में भी कई ब्लागरों द्वार एन्डुयु साइमन्स के इस कुकृत का खुल कर निन्दा किया गया।

21 जुलाई को अपने देश के राजघानी के इंदिरा गांघी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ अमरीकी एयरलाइंस के कर्मचारीयों के द्वारा पुर्व राष्ट्रपति श्री एपीजे अबुल कलाम का तलाशी और सुरक्षा जांच के नाम पर जूते उतरवाए और दुर्व्यवहार किया गया। पुर्व राष्ट्रपति के इस दुर्व्यवहार से हमारे देश को एक जरा भी बुरा नही लगा किसी के सर पर थोडा़ सिकन भी नही आया कही से कोई विरोध प्रदर्शन नही कोई, कोई हंगामा नही यहाँ तक कि संसद में भी ज्यादा प्रतिक्रिया नही किया गया सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वार इस मामले को राज्यसभा और लोकसभा में उठाया गया और सभी पार्टी इस मुद्दे पर चुप रहना बेहतर समझा उलटे देश चलाने बाले कांग्रेसी नेता तो मुकदर्शक बन कर बैठ गये और सबसे अचरज बाली बात यह है कि जब इस मुद्दे पर हमारे गृह मंत्री अपना बयान दे रहे थे तब वे पुर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का नाम तक भुल गये। उपर से इस मुद्दे पर सरकार के द्वारा झुठ भी बोला जा रहा है कि कांटिनेंटल एयरलाइंस के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है जहाँ तक सच्चाई यह है कि भारत सरकार के गृह या नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कांटिनेंटल एयरलाइंस के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं करवाई। उल्टे अमेरिका सरकार ने कह दिया है कि अमेरिकी सुरक्षा नियमों के अनुसार वे भूतपूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को वीआईपी नहीं मानते और वे जब भी अमेरिका आएंगे तो आम आदमी की तरह उनकी तलाशी ली जाएगी। जब कि अमेरिकी एयरलाइंस के उपर एक नही कई मामले दर्ज होने चाहिये थे हिन्दुस्तान में हिन्दुस्तान का कानुन ना मानना पुर्व राष्ट्रपति के खिलाफ अभद्रता जैसे कई मामले बनते हैं और कांटिनेंटल एयरलाइंस को इस हिन्दुस्तान व्यपार करने से रोक देना चाहिये था।

इस पुरे मामले में अगर नेताओ को छोड. दिया जाय तो हम आम हिन्दुस्तानियों के रवैया भी विचित्र नजर आता है जहा क्रिकेट में अभद्रता के मामले में पुरा भारत में उवाल आ जाता है वही एक पुर्व राष्ट्रपति के अपने देश में ही अभद्र व्यवहार के लिये आम नागरीक शांत बैठा है उस में वैसे राष्ट्रपति के लिये जिन्होंने अपना सारा जीवन देश के नाम शमर्पित कर दिया आजीवन कुवारा रह कर देश सेवा के प्रेरणा से काम किया उस राष्ट्रपति के मामले में अगर देशवासी चुप है तों हमें इस देश के नागरिकों के मानसिकता पर तरस आता है। डा़ एपीजे अबुल कलाम शायद आज सोच रहें होगे काश में भी एक क्रिकेटर होता।
Digg Google Bookmarks reddit Mixx StumbleUpon Technorati Yahoo! Buzz DesignFloat Delicious BlinkList Furl

1 comments: on "डा़ एपीजे अबुल कलाम - काश में भी एक क्रिकेटर होता"