अभी कुछ दिन पहले अमर सिंह ने मोहन चंद शर्मा के शहादत पर सवालिया निशान लगाकर आतंकियों का मदद करने का भरपुर कोशीश कर रहें हैं। अमर सिंह ने आतंकियों के सर्मथन में अर्जुन सिंह के सुर में जामिया के तथाकथित आतंककारी छात्रों का पक्ष लेते हुए कहा कि यदि ये छात्र निर्दोष साबित होते हैं तो सपा केन्द्र सरकार से समर्थन वापस लेने पर विचार कर सकती है। इस से पहले इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की शहादत पर सपा के महासचिव अमर सिंह ने बाटला हाउस एनकाउंटर सवाल खड़े किए थे।
अमर सिंह ने जामिया नगर इलाके में पकड़े गए तथाकथित आतंकवादियों को कानूनी मदद देने की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों जामिया नगर इलाके के एल-१८ बिल्डिंग से जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के जिन छात्रों को गिरफ्तार किया है, वो आतंकी नहीं जान पड़ते हैं। शायद अमर सिंह ज्योतिष भी सिख रखें हैं जो चेहरा देख कर बता सकतें है कि कौन आतंकि है और कौन नही है। या फिर उन मारे गये आतंकियो से अमर सिंह का कोई पुराना रिश्ता रहा होगा जिस से अमर सिंह को उन्के आतंकि नही होना का इतना विश्वास से कह रहें हैं। अमर सिंह ने कहा कि –जामिया के छात्र भी अभी तक आतंकवादी सिद्ध नहीं हुए हैं इसलिए मैं उन्हें कानूनी मदद देना चाहता हूं।
राजनीति के वेश्याकरण इस देश को कहा ले जा रहा है? शायद हिन्दुस्तान ही मात्र एक ऎसा देश होगा जहा देशभक्तों को गाली और आतंकियवादियों को दमाद बनाने कि परम्परा है।
3 comments: on "अमर सिंह राजनीति का वेश्याकरण बन्द होना चाहिये।"
bilkul sahi kah rahe hain, ho sakta hai osama ko bulakar uska abhinandan bhi kar den to ismen koi aashchary nahi hona chahiye
amar singh jaise desh drohi ko mar dena chaiye.
jab tak amar singh jaise bhaduwe is desh mein rahenge, is deskh ki taqdir nahi badal sakti
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